जब वो आए किसी महफ़िल में, तो आने से उसके उस में जान आ जाए।
महफ़िल में जान अगर ना भी आए, तब भी दिल कहे कि मुझको तो यही चाहिए।
कोई ऐसा सा चाहिए!!
सूरत का हो वो इतना कि कोई देंखे उसे तो उस से जलन सी हो जाए।
पर अगर ना भी हो इतना, तब भी दिल यही कहे कि मुझको तो यही चाहिए।
कोई ऐसा सा चाहिए!!
लहजा हो इतना कि सामने वाले का दिल जीत जाए।
पर उसकी बेरुख़ी से दीदार होकर भी, दिल यही कहे कि मुझको तो यही चाहिए।
कोई ऐसा सा चाहिए!!
सच्चा हो इतना कि सच्चाई उसकी आँखों से छलक जाए।
पर झूठी नफ़रत भी दिखाए कभी कि दिल कहे, मुझको तो यही चाहिए।
कोई ऐसा सा चाहिए!!
जो मिले मुझसे और कहे कि तू वो नहीं जैसी मैंने सोचा और चाहा था।
पर मुझको तो तू ही चाहिए।
कोई ऐसा सा चाहिए!!
???
Very Well Written Prerna . So True ?
Keep it Up ??
Gosh! Wish i could write as good as you do. Absolutely fantastic piece of 2 liner! ???
Koi Aisa sa chaiye.. nice one prerna.. ?
Thank You! 🙂
??
Thank You 🙂